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    Sharad Navratri 2021| शारदीय नवरात्रि कब से हो रहे आरंभ | कलश स्थापना

    माँ दुर्गा को समर्पित नवरात्रि त्यौहार, शक्ति या ब्रह्मांडीय ऊर्जा का अवतार हिंदुओं के पवित्र त्योहारों में से एक है। सितंबर / अक्टूबर में मनाया जाने वाला शरद नवरात्रि भारत और विदेशों में व्यापक रूप से मनाया जाता है और सभी के जीवन को छूने वाले विशाल उत्सवों का गवाह बनता है। माँ दुर्गा के नौ रूप हैं, और सभी को नवरात्रि के दौरान प्रत्येक दिन एक 'अवतार' या अवतार को समर्पित करके पूजा की जाती है। प्रत्येक देवी एक विशेष गुण की प्रतिनिधि होती है और यह माना जाता है कि यह सांसारिक और आध्यात्मिक पूर्ति के लिए सर्वोत्तम है।

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    अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक यह व्रत किये जाते हैं । नौ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में मां भगवती के नौ रूपों क्रमशः शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धदात्री देवी की पूजा की जाती है । आश्विन मास के इन नवरात्रों को ‘शारदीय नवरात्र’ कहा जाता है क्योंकि इस समय शरद ऋतु होती है। इस व्रत में नौ दिन तक भगवती दुर्गा का पूजन, दुर्गा सप्तशती का पाठ तथा एक समय भोजन का व्रत धारण किया जाता है। प्रतिपदा के दिन प्रात: स्नानादि करके संकल्प करें तथा स्वयं या पण्डित के द्वारा मिट्टी की वेदी बनाकर जौ बोने चाहिए। उसी पर घट स्थापना करें। फिर घट के ऊपर कुलदेवी की प्रतिमा स्थापित कर उसका पूजन करें तथा दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। पाठ-पूजन के समय अखण्ड दीप जलता रहना चाहिए। वैष्णव लोग राम की मूर्ति स्थापित कर रामायण का पाठ करते हैं। दुर्गा अष्टमी तथा नवमी को भगवती दुर्गा देवी की पूर्ण आहुति दी जाती है। नैवेद्य, चना, हलवा, खीर आदि से भोग लगाकर कन्या तथा छोटे बच्चों को भोजन कराना चाहिए। नवरात्र ही शक्ति पूजा का समय है, इसलिए नवरात्र में इन शक्तियों की पूजा करनी चाहिए। पूजा करने के उपरान्त इस मंत्र द्वारा माता की प्रार्थना करना चाहिए | 

    शारदीय नवरात्रि - Sharad Navratri 2021

    7 अक्टूबर 2021 (गुरुवार) - प्रतिपदा घटस्थापना मां शैलपुत्री पूजा

    8 अक्टूबर 2021 (शुक्रवार) -  द्वितीया  माँ ब्रह्मचारिणी पूजा

    9 अक्टूबर 2021 (शनिवार) - तृतीय माँ चंद्रघंटा पूजा, चतुर्थी माँ कुष्मांडा पूजा

    10 अक्टूबर 2021 (रविवार) - पंचमी माँ स्कंदमाता पूजा

    11 अक्टूबर 2021 (सोमवार) - षष्ठी माँ कात्यायनी पूजा

    12 अक्टूबर 2021 (मंगलवार) - सप्तमी माँ कालरात्रि पूजा

    13 अक्टूबर 2021 (बुधवार) - अष्टमी माँ महागौरी दुर्गा पूजा 

    14 अक्टूबर 2021 (गुरुवार) - महानवमी माँ सिद्धिदात्री पूजा

    15 अक्टूबर 2021 (शुक्रवार) - विजयदशमी  दशहरा

    शारदीय नवरात्रि 07 अक्टूबर, दिन गुरुवार को चित्रा नक्षत्र के विशेष शुभ संयोग में प्रारंभ हो रही है। वहीं घटस्थापना के लिए इस दिन शुभ मुहूर्त देखने का विधान है, जिससे माता भगवती का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। तो आइए देखते हैं घटस्थापना मुहूर्त के लिए शारदीय नवरात्रि का कैलेंडर और जानें इस दिन घटस्थापना करने के लिए सबसे शुभ मुहूर्त

    तिथि                                 प्रतिपदा

    दिन                                 गुरुवार

    माह                                 आश्विन मास 

    घटस्थापना मुहूर्त             सुबह 09 बजकर 33 मिनट से सुबह 11 बजकर 31 मिनट तक 

    घटस्थापना अभिजित       मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक

    घटस्थापना शाम का         मुहूर्त दोपहर 03 बजकर 37 मिनट से शाम 05 बजकर 05 मिनट तक

    सर्वार्थ सिद्धि योग             कोई नहीं। 

    नक्षत्र चित्रा,                     स्वाति 

    योग वैधृति,                     विष्कम्भ 

    करण                         बव , बालव, कौलव 

    चंद्रमा                        तुला राशि 

    सूर्य राशि                     कन्या राशि 

    अभिजित मुहूर्त             मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक

    विजय मुहूर्त दोपहर        01 बजकर 43 मिनट से दोपहर 02 बजकर 30 मिनट तक 

    राहुकाल दोपहर             01 बजकर 42 मिनट से दोपहर 03 बजकर 09 मिनट तक 

    सूर्योदय                         06:24 ए एम 

    सूर्यास्त                         06:04 पी एम 

    वैदिक                        ऋतु शरद 

    द्रिक                         ऋतु शरद




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