बुध ग्रह - प्रभाव और उपाय
बुध का पहले भाव में फल
उपाय:
- हरे रंग और शालियों से यथासंभव दूर रहें।
- अंडा, मांस और मदिरा का सेवन न करें।
- घूम फिर कर करने वाले व्यापार से एक ही स्थान पर बैठ कर करने वाला व्यापार अच्छा और फायदेमंद रहेगा।
बुध का दूसरे भाव में फल
दूसरे भाव में स्थित बुध जातक को बुद्धिमान, आत्मकेन्द्रित, दुश्मनों का विनाशक और धोखेबाज बनाता है। वह अपने पिता को पर्याप्त सुख देने में सक्षम होगा। वह धनवान होगा। मंगल और शुक्र से संबंधित चीजें फायदेमंद रहेंगी।
उपाय: - अंडे, मांस और शराब से बचें।
- शालियों से संबंध हानिकारक होंगे।
- भेड़, बकरी, और तोता पालना सख्त वर्जित है।
बुध का तीसरे भाव में फल
उपाय:
- हर रोज फिटकिरी से अपने दाँत साफ करें।
- पक्षियों की सेवा करें और एक बकरी दान करें।
- दक्षिण्मुखी घर में न रहें।
- अस्थमा की दवाएं वितरित करें।
बुध का चौथे भाव में फल
चौथे घर में बुध वाला जातक भाग्यशाली माना जाता है, अपनी माँ का दुलारा, अच्छा व्यापारी और सरकार से लाभ पाने वाला होता है। हालांकि इस घर में बुध जातक की आय और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
उपाय:- मानसिक शांति के लिए चांदी की चेन पहने और धन-संपत्ति पाने के लिए सोने की चेन पहनें।
- माथे पर 43 दिनों के लिए नियमित रूप से केसर का तिलक लागाएं।
- बंदरों को गुड खिलाएं और उनकी सेवा करें।
बुध का पांचवें भाव में फल
उपाय:
- धन प्राप्त करने के लिए सफेद धागे में तांबे का एक सिक्का पहनें।
- पत्नी की प्रसन्न्ता और अच्छी किस्मत लिए गायों की सेवा करें।
- गोमुखी घर (सामने संकीर्ण और अंत में व्यापक) अत्यधिक शुभ साबित होगा जबकि शेरमुखी घर (सामने व्यापक और अंत में संकरा) अत्यधिक विनाशकारी साबित होगा।
बुध का छठें भाव में फल
छठवें घर में बुध उच्च का होता है। जातक आत्मनिर्भर और कृषि भूमि, स्टेशनरी, प्रिंटिंग प्रेस और व्यापार से लाभ प्राप्त करने वाला होता है। उसके मुंह से निकलने वाले शब्द चाहे अच्छे हों या बुरे, कभी भी बेकार नहीं जाते। उत्तर दिशा की ओर मुंह वाला घर बुरे प्रभाव देगा। उत्तर दिशा में बेटी की शादी करने से जातक को हर तरह से दु:ख मिलेगा।
उपाय:- कृषि भूमि में गंगा जल से भरा बोतल दफनाएं।
- अपनी पत्नी के बाएं हाथ में चांदी की एक अंगूठी पहनांए।
- किसी भी महत्वपूर्ण काम की शुरुआत किसी कन्या या बेटियों की उपस्थिति में करें अथवा हाँथ में फूल लेकर करना शुभ रहेगा।
बुध का सातवें भाव में फल
उपाय:
- साझेदारी के व्यापार से बचें।
- सट्टेबाजी से बचें।
- खराब चरित्र वाली साली से सम्बन्ध न रखें।
बुध का आठवें भाव में फल
आठवें घर में स्थित बुध बहुत बुरे प्रभाव देता है। लेकिन यदि इसके साथ कोई पुरुष ग्रह बैठा तो बुध अपने साथ बैठे ग्रह के फलों को और अच्छा करेगा।जातक एक कठिन जीवन जीता है, रोगों से पीड़ित रहता है और 32 से 34 साल उम्र के दौरान उसकी आमदनी आधी हो जाती है। यदि दूसरे भाव में कोई ग्रह हों तो परिणाम और अधिक हानिकारक होते हैं। यदि राहु भी इसी घर में हो तो जातक को जेल जाना पड सकता है, अस्पताल में भर्ती होना पड सकता है या जगह जगह भटकना पड सकता है। परिणाम और भी बुरा होता है यदि मंगल भी यहीं बैठा हो। यहां का बुध सरकारी विवाद पैदा करवाता है। साथ ही रक्त विकार, नेत्र विकार, दांत और नस में दर्द साथ की साथ व्यापार में भारी नुकसान देता है।
उपाय:- किसी मिट्टी के बर्तन में शहद भरकर यह श्मशान या सुनसान क्षेत्र में दफनाएँ।
- किसी कंटेनर में दूध अथवा बारिश का पानी भरकर घर की छत पर रखें।
- अपनी बेटी की नाक में बाली पहनाएं।
बुध का नौवें भाव में फल
उपाय:
- हरे रंग के प्रयोग से बचें।
- अपनी नाक छिदवायें।
- किसी मिट्टी के बर्तन में मशरूम भरकर धार्मिक जगह दान करें।
- किसी साधु या फ़कीर से कोई ताबीज़ न लें।
बुध का दसवें भाव में फल
उपाय:
- शराब, मांस, अंडे और बहुत अधिक भोजन खाने से बचें।
- चावल और दूध धार्मिक स्थानों में दान करें।
बुध का ग्यारहवें भाव में फल
उपाय:
- गर्दन में किसी सफेद धागे या चांदी की चेन में तांबे का गोल सिक्का पहनें।
- अपने घर में विधवा बहन या बुआ को न रखें।
- हरे रंग और पन्ना रत्न से बचें।
- साधु या फ़कीर की दी हुई ताबीज़ न लें।
बुध का बारहवें भाव में फल
उपाय:
- नदी में एक नया खाली घड़ा फेंकें।
- स्टेनलेस स्टील की एक अंगूठी पहनें।
- केसर का तिलक लगाएं और धार्मिक स्थानों पर जाएँ।
- किसी भी नए या महत्वपूर्ण काम को शुरू करने से पहले किसी अन्य व्यक्ति की सलाह लें।
बुध ग्रह - प्रभाव और उपाय
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