कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण - Coronavirus Vaccination break the records
एक दिन में 80 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन मिली
Corona Vaccine: कौन, कब और कहां लगवाए कोरोना का टीका? टीकाकरण से जुड़े हर सवाल के जवाब
Corona Vaccination: भारत देश में 21 जून से बड़े स्तर पर टीकाकरण (Corona Vaccine) का अभियान शुरू किया गया है| इसके तहत 18 साल की उम्र से अधिक के सभी लोगों को सरकार की ओर से निशुल्क कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी|
नई दिल्ली- कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) से लोगों को बचाने के लिए देश में 21 जून से बड़े स्तर पर टीकाकरण (Corona Vaccination) का अभियान शुरू किया गया है| इसके तहत 18 साल की उम्र से अधिक के सभी लोगों को सरकार की ओर से निशुल्क कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाई जाएगी| हालांकि प्राइवेट अस्पताल टीके के लिए रुपये लेंगे| लेकिन उनके लिए इसकी अधिकतम रकम तय कर दी गई है|
इस मुफ्त टीकाकरण के लिए 1 मई को नीति बनाई गई थी| (फ्री वैक्सीन )आइये जानते हैं इस टीकाकरण अभियान से जुड़े सभी सवालों के जवाब|||
क्या वैक्सीन लेना जरूरी है?
कोई भी इलाज या टीकाकरण आवश्यक नहीं होता| यह किसी व्यक्ति का निजी फैसला हो सकता है| पर लोगों को टीका लगवाने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह आपके शरीर को वायरस से लड़ने की क्षमता देता है और अगर ज़्यादा से ज़्यादा लोग टीका लगवाएंगे तो इसके प्रसार पर रोक लग पाएगी|
क्या 18 साल से ऊपर वालों को पूरी तरह से मुफ्त में टीका लगाया जाएगा?
हां, ये बिल्कुल सही है कि 21 जून से 18 साल के ऊपर के सभी नागरिकों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत हो गई है| हालांकि इसमें ये भी साफ है कि ये सुविधा केवल सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर ही उपलब्ध होगी| इससे पहले 1 मई को जो टीकाकरण नीति बनाई गई थी उसमें राज्यों को केंद्र से टीका खरीदना था| इसके बाद अगर राज्य सरकारें चाहें तो टीका मुफ्त में अपने राज्य के नागरिकों को लगवा सकती थीं| इस दौरान केवल हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 साल से ऊपर की उम्र के लोगों के लिए ही केंद्र सरकार के वैक्सीनेशन सेंटर्स पर फ्री में वैक्सीन दी जानी थी| हालांकि अब इस नियम में बदलाव कर सभी को मुफ्त वैक्सीन देने की बात कही गई है|
क्या प्राइवेट अस्पताल में टीका लगवाने के रुपये देने होंगे?
हां, बिल्कुल| सरकार की ओर से मुफ्त वैक्सीन देने की बात केवल सरकारी टीकाकरण केंद्रों के लिए ही है| अगर कोई प्राइवेट अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगवाता है तो उसे उसका भुगतान करना होगा| हालांकि अस्पतालों के लिए भी वैक्सीन की कीमत पहले से ही तय कर दी गई है| इसके ऊपर अस्पताल केवल 150 रुपये ही ले सकेंगे| अगर आप प्राइवेट अस्पताल में वैक्सीन लगवाते हैं तो उन्हें वैक्सीन की पूरी कीमत के बारे में आपको जानकारी देनी होगी|
प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन की कितनी डोज दी जाएगी?
केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माता कंपनी से 75 प्रतिशत डोज खरीद लेगी और जो 25 प्रतिशत बचेगा उसे प्राइवेट अस्पताल ले सकेंगे| कई लोग सरकारी अस्पतालों में लगने वाली लाइन से बचना चाहते हैं| ऐसे में उन लोगों के लिए प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीनेशन करने की इजाजत दी गई थी| हालांकि प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना टीका लगवाने के लिए भुगतान करना होगा| प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन फ्री में नहीं लगाई जाएगी|
टीका कौन लगवा सकता है?
18 से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति टीका लगवा सकता है| अभी बच्चों के लिए टीके का ट्रायल हो रहा है और शीघ्र ही यह इस आयु वर्ग के लिए भी उपलब्ध होगा|- जिन लोगों को डायबिटीज़, हाइपरटेंशन, कैंसर, हृदय रोग, गुर्दे की बीमारी, यकृत (लीवर) की बीमारी, थाइरॉयड, इम्यूनोसप्रेसिव जैसी बीमारी है उसे यह टीका अवश्य ही लेना चाहिए क्योंकि उन पर ज़्यादा ख़तरा है| हालांकि ऐसे लोगों को टीका लेते समय वहां यह बताना चाहिए और यह भी कि वे कौन सी दवाएं ले रहे हैं|- गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी टीका लगवा सकती हैं|
टीका कौन नहीं ले सकता है?
- अगर किसी व्यक्ति को किसी दवा से एलर्जी है तो उसे टीका लगवाते वक़्त इस बात की जानकारी स्वास्थ्य अधिकारी को देनी चाहिए|- जिस व्यक्ति को टीके की पहली खुराक से एलर्जी हुई उसे इसकी दूसरी खुराक नहीं लेनी चाहिए|- ऐसे लोग जो ज्वर ब्याधि, खांसी, सर्दी, बुखार आदि से ग्रस्त हैं उन्हें इससे पूरी तरह ठीक होने तक टीका नहीं लेना चाहिए|- जिन लोगों को रक्त की गड़बड़ी है जैसे कि शरीर में प्लेटलेट का कम होना या अगर वे कोई ऐसी दवा ले रहे हैं जो खून को पतला करता है तो उन्हें इस बारे में टीका लेने के पहले स्वास्थ्य अधिकारी को बताना चाहिए|
कौन सा टीका बेहतर है?
- कोविशील्ड और कोवैक्सिन, दोनों ही टीके बेहतर व सुरक्षित हैं|
क्या दो अलग-अलग वैक्सीन की डोज ली जा सकती है?
भारत में इस समय लग रही दोनों कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कार्यप्रणाली अलग-अलग है| इसलिए अगर दोनों डोज में वैक्सीन अलग-अलग होगी तो इसकी प्रभाविकता पर असर पड़ेगा और वो कम हो जाएगी| अगर दोनों वैक्सीन अलग होंगी तो व्यक्ति को बूस्टर डोज नहीं मिल पाएगा|
क्या हम टीका लेने के बाद गाड़ी चला सकते हैं या काम कर सकते हैं?
- हां| गाड़ी चलाने या मशीन के प्रयोग पर टीका लेने का नगण्य या एकदम ही कोई असर नहीं होता|
क्या टीके की दो खुराक लेनी जरूरी है?
- हां, अगर आप दो खुराक लेते हैं तो आप में वायरस के संक्रमण की आशंका उन लोगों की अपेक्षा ज़्यादा कम हो जाती है जिन्होंने सिर्फ एक ही खुराक ली है|
कितनी देरी की जा सकती है?
वैक्सीन की दोनों डोज के बीच का अंतराल 16 हफ्तों से अधिक समय का नहीं होना चाहिए| चूंकि वैक्सीन की दूसरी डोज को बूस्टर डोज के रूप में जाना जाता है| ऐसे में दूसरी डोज लगवाना बेहद जरूरी है| इस डोज से शरीर में पहले से बनी एंटीबॉडी और सशक्त हो जाती हैं|
टीके की पहली और दूसरी खुराक के बाद शरीर में किस तरह का बदलाव होता है?
- टीका शरीर में वायरस से लड़ने के लिए आवश्यक एंटीबॉडीज बनाता है| दूसरी खुराक लेने के बाद शरीर में एंटीबॉडीज की मात्रा ज़्यादा हो जाती है और इसलिए वायरस से संक्रमण का ख़तरा भी कम हो जाता है और अगर संक्रमण होता भी है तो वह बहुत ही मामूली होता है|-कुछ लोगों में टीका के बाद हल्का सिरदर्द, खुराक में कमी, चक्कर, मिचली, उल्टी, पेट में दर्द, शरीर में खुजली, शरीर पर दाने, बदन दर्द, जहां टीका लगाया गया वहां हल्का दर्द या भारीपन, थकान, बुखार आदि हो सकता है| ये सभी लक्षण काफ़ी मामूली होते हैं और दवा लेने से ठीक हो जाते हैं इसलिए इनकी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है|
टीकाकरण के बाद भी क्या हमें मास्क पहनने की ज़रूरत है?
- हां| कोई भी टीका सौ फ़ीसदी आपकी सुरक्षा नहीं करता इसलिए यह ज़रूरी है कि आप सारी एहतियात जैसे मास्क से अपने मुंह और नाक को ढकना, किसी से हाथ नहीं मिलाना, सामाजिक दूरी, हाथ को सैनिटाइज करना, किसी को गले नहीं लगाना आदि जारी रखें|
क्या कोई व्यक्ति कोविड संक्रमण के बाद टीका ले सकता है?
- हां| संक्रमण से उबरने के बाद लोग टीका ले सकते हैं| अगर कोविड पहली खुराक के बाद होता है तो पूरी तरह ठीक हो जाने के बाद शेड्यूल के अनुरूप टीका लेना चाहिए| अगर अभी तक कोई टीका नहीं लगा है तो नए दिशानिर्देश के अनुसार, पॉज़िटिव होने की तिथि के 90 दिन बाद इस तरह का व्यक्ति टीका ले सकता है और दूसरी खुराक इसके बाद शेड्यूल के अनुसार|
अगर कोई धूम्रपान करता है या शराब पीता है तो ऐसे व्यक्ति को टीका लेने से कोई समस्या आ सकती है?
- नहीं| धूम्रपान करनेवाले और शराब पीनेवाले भी टीका ले सकते हैं| इस तरह का कोई डाटा नहीं है जो यह बताए कि इस तरह के लोगों पर इसका कोई प्रतिकूल असर होता है| पर ऐसे लोगों को यह सुझाव दिया जाता है कि वे धूम्रपान और शराब पीना बंद कर दें क्योंकि यह आपके इम्यूनिटी को कमजोर करता है और संक्रमण होने का ख़तरा ज़्यादा होता है| वैसे भी ये आदतें स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं हैं|
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