प्रथमे गुरु वंदना करां, फेर मानावा गणेश सिमरा माता शारदा मेरे कारज करो हमेश जय माँ Lyrics in Hindi
प्रथम: गुरु जी को वंदना, द्वतिये आद गणेश ।
तृतीये सिमरा माँ शारदा, मेरे कारज करो हमेश जय माँ ।।
आन्नदी आन्नद करो , कल्याणी कल्याण ।
माँ आठ पहर चौसठ घड़ी दयो चरणाँ दा ध्यान जय माँ ।
माँ बछड़ा विनती करे दो चरना दा ध्यान
चिन्तपुरनी चिंता हरो, काली दो वरदान, जय माँ
जिनके हाथ निशाँ है,मेरी माँ तिन अट्कावे कौन,
राखन वाली जाल्फां,
ओनु मारण वाला कौन,जय जय माँ,
उच्चा भवन रंगील्दा विच पिंडी दा वास,
सूरज ली के निकलदा ज्योति तो प्रकाश, जय माँ
थाल भरया गज मोतियाँ,तेरी थाली भरी ऐ सिंधूर,
जो मइया जी के पंथ में,
जाको रिद्धि-सिद्धि भरपूर,जय जय माँ,
बेडा साडा डोलदा विच्च सारा परिवार
बालिया वाजा मारदा आ होके शेर सवार जय माँ
जिन के हाथ निशाँ है,मेरी माँ तिन अट्कावे कौन,
राखन वाली जाल्फां, ओनु मारण वाला कौन,जय जय माँ,
भक्शो जी मात वैष्णो, अस्सी बछड़े अनजान
चरना दे नाल ला लावो हो जाए कल्याण, जय माँ
दाति अपने लाल दी करो विनती मंजूर
मैया सब नु कर दो अन्न धन नाल भरपूर, जय माँ
कोई टिप्पणी नहीं