Wednesday, January 1.

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 श्री गणेश स्तुति - Shri Ganesh Stuti

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॥ श्रीगणेशस्तुती ॥

 

वन्दे गजेन्द्रवदनं वामाङ्कारूढवल्लभाश्लिष्टम् ।

कुङ्कुमरागशोणं कुवलयिनीजारकोरकापीडम् ॥ १॥


विघ्नान्धकारमित्रं शङ्करपुत्रं सरोजदलनेत्रम् ।

सिन्दूरारुणगात्रं सिन्धुरवक्त्रं नमाम्यहोरात्रम् ॥ २॥

 

गलद्दानगण्डं मिलद्भृङ्गषण्डं,

चलच्चारुशुण्डं जगत्त्राणशौण्डम् ।

 

लसद्दन्तकाण्डं विपद्भङ्गचण्डं,

शिवप्रेमपिण्डं भजे वक्रतुण्डम् ॥ ३॥


गणेश्वरमुपास्महे गजमुखं कृपासागरं,

सुरासुरनमस्कृतं सुरवरं कुमाराग्रजम् ।

 

सुपाशसृणिमोदकस्फुटितदन्तहस्तोज्ज्वलं,

शिवोद्भवमभीष्टदं श्रितततेस्सुसिद्धिप्रदम् ॥ ४॥


विघ्नध्वान्तनिवारणैकतरणिर्विघ्नाटवीहव्यवाट्,

विघ्नव्यालकुलप्रमत्तगरुडो विघ्नेभपञ्चाननः ।

 

विघ्नोत्तुङ्गगिरिप्रभेदनपविर्विघ्नाब्धिकुंभोद्भवः,

विघ्नाघौघघनप्रचण्डपवनो विघ्नेश्वरः पातु नः ॥ ५॥


श्री गणेश स्तुति


श्री गणेश स्तुति के लाभ

  • श्री गणेश स्तुति करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है
  • श्री गणेश स्तुति करने से सब विघ्न दूर होते है
  • श्री गणेश स्तुति करने से दुःख दरिदरता भी दूर होती है
  • गणेश स्तुति करने से गणेश जी प्रसन होते है और उनकी असीम कृपा मिलती है
  • यह स्तुति करने से नकरात्मक ऊर्जा की समाप्ति होती है

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