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     Chaitra Navratri 2021: Covid-19  में घर में इस तरह से करें कन्या पूजन

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    Chaitra Navratri 2021: 

    नवरात्र के अवसर पर कन्याभोज का बहुत महत्व होता है। शास्त्रोक्त मान्यता है कि छोटी कन्याएं माता का स्वरूप होती है। इसलिए उनको भोजन करवा कर उनकी पूजा करने से माता की कृपा प्राप्त होती है। नवरात्र में अष्टमी और नवमी तिथि को कन्याभोज के आयोजन का विशेष महत्व है। इन दोनों दिनों में कन्याओं को भोजन के लिए आमंत्रित किया जाता है और उनके पैरों का पूजन कर उनको दक्षिणा देकर विदा किया जाता है, लेकिन इन दिनों कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन और कर्फ्यू की स्थिति कभी शहरों में बनी हुई है इसलिए आप अपने घर के अंदर भी बाहर से किसी को बुलाए बगैर कन्यापूजन का पुण्य कमा सकते हैं।

    घर की बेटी का करें पूजन

    घर में परिवार की किसी कन्या को, जो आपकी पुत्री, भतीजी, भांजी हो सकती है, उसको कन्या पूजन और भोजन करवा सकते हैं। इसके लिए पहले यह संकल्प लें, कि मैं अपनी पुत्री, भतीजी, भांजी को देवी मानकर उसका पूजन कर रही हूं या कर रहा हूं। कन्या को भोजन के लिए आमंत्रित करें और उसको पकवान के साथ स्वादिष्ट भोजन करवाएं। भोजन में काले चने, हलवा,पूरी ,सब्जी आदि शामिल करें।

    घर में माता को लगाए पकवानों का भोग

    यदि घर में छोटी कन्या नहीं है तो घर में स्थित मंदिर में माता को विभिन्न पकवान बनाकर भोग लगाएं और देवी को श्रंगार सामग्री समर्पित करें। इसके बाद उस भोग को प्रसाद स्वरूप घर के सभी सदस्य ग्रहण करें। देवी को जो भोग लगाया गया है उसका कुछ हिस्सा गाय को खिलाएं। कन्या पूजन के प्रसाद के रूप में घर में उपलब्ध सूखा मेवा जैसे काजू, बादाम, किशमिश, मिश्री, चने, चिरोंजी, मूगफली के दाने आदि वितरित करें।

    माता को अर्पित करें श्रंगार सामग्री

    अष्टमी और नवमी तिथियों को देवी मंदिरों में श्रंगार सामग्री, लाल चुनरी, चूड़ियां, बिंदी, काजल, मेंहदी आदी भेंट किए जाते हैं, लेकिन अभी मंदिर जाना संभव नहीं है इसलिए घर के मंदिर में श्रंगार सामग्री समर्पित कर दें और लॉकडाउन खत्म होने के बाद इसको किसी सुहागन स्त्री को भेंट कर सकते हैं।

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